सबसे अच्छी बात पता है क्या है, पहली भारत में लोग क्रिकेटर्स के नामों को नहीं तो भारतीय महिला टीम की खिलाडी जैसे कि वंदना कटारिया, गुरजीत कौर आदि का नाम ले कर चिअर कर रहे हैं, उनका हौंसला बढा रहे हैं. हमारे यहाँ सबसे अधिक दुखद बात ये थी, कि राष्ट्रीय खेल होने के बाद भी हमें हॉकी प्लेअर्स के नाम याद नहीं थे, उसमें भी महिलाओं की टीम का नंबर तो हमारे लिए बहुत ही बाद में आता था. लेकिन आज इस बात से बेहद खुशी हो रही है, कि हम ना सिर्फ इन जाबाज खिलाडियों के नाम जानते हैं, बल्कि आज हम सभी उत्सुकता के साथ इस मॅच का हिस्सा बन भारत का हौंसला बढा रहे हैं.