“ये फोगाट परिवार अपनी बच्चियों को कौन चक्की का आटा खिलाते हैं?”- प्रधानमंत्री का मजेदार सवाल

14 Jul 2021 11:09:55

टोकियो एलंपिक अब नजदीक है | भारत के सभी खिलाडी जी जान से मेहनत कर रहे हैं, ताकि टोकियो ओलंपिक में भारत का नाम रौशन कर सकें | ऐसे में कुश्ती के लिये भारत की ओर से विनेश फोगाट का चयन किया गया है | हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोकियो ओलंपिक में भारत की ओर से भाग लेने वाले सभी खिलाडियों से बात कर उनका मनोबल बढाया | इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने गीता और बबीता फोगाट की बहन विनेश फोगाट से भी बात की | और साथ ही उनके पिता से भी | उस वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने महावीर फोगाट से प्रश्न किया, “ये फोगाट परिवार अपनी छोरियों को कौनसी चक्की का आटा खिलाते हैं?”, शोले के गब्बर के इस फेमस डायलॉग के कारण विनेश और प्रधानमंत्री मोदी की इस बातचीत की खूब चर्चा हो रही है |


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विनेश फोगाटने अब तक कई बडी बडी चॅम्पियनशिप में हिस्सा लेकर भारत का नाम रौशन किया है, जिसमें एशियन चॅम्पियनशिप, और कॉमनवेल्थ गेम्स भी शामिल है | विनेश ने २०१४ और २०१८ के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है | और अब तक वे कई सारे गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं |

विनेश का खेल में ‘पुनर्जन्म’ :

क्या आप जानते हैं, २०१६ के रियो ओलंपिक्स में भी विनेश ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था, लेकिन उन्हें कुश्ती लडते वक्त गंभीर चोट लगी | चोट उनके घुटने में थी, तो जाहिर सी बात है कि विनेश आगे खेल नहीं पाईं, और खेल से बाहर हो गईं | उन पर लगभग ९ महीने तक कडा इलाज चला, जिसके कारण वे ९ महीने मॅट से दूर थीं, लेकिन उन्होंने एशियन गेम्स २०१७ से अपनी वापसी की | याने कि एक ही साल के भीतर विनेश फिर एक बार मॅट पर थीं | और इस बार उन्होंने सिल्वर मेडल जीत कर भारत का नाम रौशन किया | रियो ओलंपिक के बाद अब टोकियो ओलंपिक  में विनेश फिर एक बार हिस्सा लेनें जा रही हैं | जो एक तरीके से उनका पुनर्जन्म ही है |


विनेश के साथ बचपन से ही कई तरह की दुर्घटनाएँ हुईं है जिसमें विनेश के बायोलॉजिक पिता कि हत्या, उसकी माँ को कॅन्सर होना आदि शामिल है, और वो भी तब जब वक केवल ९ साल की थी | इस पूरे समय में विनेश के ताऊ याने कि ‘महावीर फोगाट’ ने विनेश और उसके भाई बहनों का खयाल रखा, और उन्हें भी कुश्ती में पारंगत किया | महावीर फोगाट ने सही मायने में “म्हारी छोरियाँ छोरों से कम है के,” इस संवाद को जिया है |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरा देश विनेश के जीतने की कामना कर रहा है | यह देश के लिये एक गौरवान्वित करने वाली बात है |


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