कोव्हिशील्ड व्हॅक्सीन के दो डोज के बीच कितना अंतर होना चाहिये इस विषय पर पिछले कई दिनों से बहुत चर्चाएँ हो रही थीं | पिलहाल लगभग ६ से ८ हफ्तों के बीच व्हॅक्सीन का दूसरा डोज दिया जा रहा है | लेकिन आज ही खबर आई कि, कोव्हिशील्ड व्हॅक्सीन के दो डोज में अब १२ से १६ हफ्तों का अंतर होना चाहिये, याने के तीन से चार महीनों का अंतर ऐसी सिफारिश राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह ने की है| तो यदि आप पहला डोज एप्रिल में ले चुके हैं, तो आपको अगला डोज शायद अगस्त या सप्टेंबर के आस पास लगवाना पडे | ये एक नई खबर है, और इस पर अभी भी चर्चा जारी है |
कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच गैप बढ़ाकर 12-16 हफ्ते किया जाए. इस समय यह अंतराल चार से आठ हफ्ते का है.
गर्भवती महिलाओं को अपनी इच्छा से उपलब्ध किसी भी कंपनी की कोरोना वैक्सीन लगवाने की मंजूरी दी जाए. भारत में इस समय दो कंपनियों की वैक्सीन उपलब्ध है, एक- सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड और दूसरी- भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन.
अपने बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डिलीवरी के बाद किसी भी समय वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए मंजूरी दी जाए.
जिन लोगों को लैब टेस्ट में कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई है, उनके लिए छह महीने तक के लिए वैक्सीनेशन को स्थगित कर देना चाहिए.
इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं आया है | जल्द ही भारत में टीकाकरण में बदलाव होने की संभावना है |