क्या आपने कभी किसी चोर को देखा है, जिसने चोरी की, और चोरी का माल “सॉरी” बोलते हुए लौटा दिया ? नहीं ना ? आज हम आपको मिलवाते हैं, ऐसे ही एक चोर से | देश के हालात फिलहाल बहुत ही कठिन हैं | देश में कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत कहर ढाया है | हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है | और ऐसे में एक अस्पताल से एक चोर चोरी करता है, लेकिन जैसे ही उसे पता चलता है, कि उसने चोरी की हुआ सामान “कोरोना वॅक्सीन” है, उसने तुरंत एक चिट्ठी लिखी, जिसमें उसने लिखा कि उसे पता नहीं था ये कोरोना की दवाई है, और इसीलिये वो इसे लौटा रहा है | उसने चिट्ठी में सॉरी भी लिखा है | देश के हालातों से एक चोर का दिल तक पसीज गया |
ये घटना है हरियाणा की | हर कोई चोर की ईमानदारी की तारीफ कर रहा है | एक चोर हमें आज इंसानियत सिखा गया | चोर चाहता तो वह इस वॅक्सीन को महंगे दामों में बेच सकता था, और ढेर सारा पैसा कमा सकता था, लेकिन उसने ऐसा कुछ भी नहीं किया, उसने ईमानदारी से कोरोना की ‘दवाई’ लौटा दी और माफी भी मांगी | वो था तो चोर , लेकिन हमें इंसानियत की सीख दे गया |
देश में कठिन दौर चल रहा है | ऐसे मे यदि आप किसी की मदत ना कर सकें, तो किसी का नुकसान भी ना करें, ये इस चोर ने हमें सिखा दिया है | ऐसे दौर में कोशिश करें कि आप लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदत करें, पैसे की मदत ना जमें, तो लोगों को मॉरल सपोर्ट दें, उन्हें शारीरिक और मानसिक सहारा दें, और उनकी मदत करें | साथ मिल कर हम इस परिस्थिती का सामना कर लेंगे |