अक्सर हम देखते हैं, कि हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में इतने व्यस्त हो जाते हैं, कि भूल जाते हैं, इस व्यस्तता से कितना ‘स्ट्रेस’ या तनाव आता है|फिर ये स्ट्रेस ही कारण बनता है कई सारी बीमारियों का और रिश्तों में दरार का|यदि आप स्टूडेंट हैं, या वर्किंग हैं तो स्ट्रेस तो आपने भी महसूस किया ही होगा|पढाई का स्ट्रे, काम का स्ट्रस, भागदौड का स्ट्रेस और अब तो वर्क फ्रॉम होम का भी स्ट्रेस|तो चलिये आज देखते हैं कि ऐसी कौन सी चार आदतें हैं, जो यदि हम अपने अंदर ढाल लें, तो हम इस स्ट्रेस से दूर रह सकते हैं |
1 : जर्नलिंग : क्या आप जानते हैं, अपनी भावनाओं को लिखने से आप काफी हल्का महसूस करते हैं, और लिखना, या डायरी मेंटेन करना स्ट्रेस में काफी राहत का काम कर सकता है ? २०२० की एक स्टडी बताती है, कि जर्नलिंग ने उन लोगों की बहुत मदत की है, जिनमें ‘सेल्फ डाउट’ अर्थात स्वयं को लेकर शंकाएँ, और मनासिक तनाव हो|आप रोज सुबह उन ५ बातों के बारे में लिख सकते हैं, जिनके लिये आप भगवान से धन्यवाद कहना चाहते हैं, या फिर आप जिसके लिये शुक्रगुजार हैं|साथ ही आप रात में सोने से पहले दिन भर की हुई अच्छी घटनाएँ, या ऐसी घटनाएँ जिनसे आपको तकलीफ हुई, लिख सकते हैं, और हल्का महसूस कर सकते हैं|विशेषज्ञ कहते हैं कि लिखने से आपका तनाव कम होता है, और इसका आप पर बहुत ही सकारात्मक असर होता है|
२ : प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें : अक्सर हम पेट भरने के लिये खाते हैं, पोषण के लिये नहीं|इसलिये कई सारी परेशानियाँ जैसे कि मोटापा, लो एनर्जी आदि की तकलीफ होती है, कई बार हमारा खाना भी तनाव का एक कारण बन सकता है|स्टडी कहती है कि प्रोसेस्ड फूड खाने वाले लोगों में तनाव की मात्रा अधिक पाई गई है, इसके विपरीत जो लोग घर का बना ताजा खाना खाते हैं, उनमें तनाव की मात्रा कम पाई गई है | प्रोसेस्ड फूड में मिले प्रिझर्वेटिव्स हमारे शआरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये बहुत ही हानिकारक होते हैं, अत: हमें तनाव से बचने के लिये प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना है |
३ : अपनी ‘हॉबी’ की ओर ध्यान दें : आपकी ‘हॉबी’ आपका एक अच्छा दोस्त होती है | यदि आपको पेंट करने, नृत्य करने, गाना गाने, रंगोली डालने या कुछ भी अलग करने से खुशी मिलती है, तो आप वह अवश्य करें | कहा जाता है, जिन लोगों में कला का वास होता है, उनकी ओर तनाव कभी नहीं जाता, यदि आपमें कोई कला है, तो उसे विकसित करें, उसका रियाज करें, उसे सवारें, आपको अपने आप सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी, और तनाव कम होगा | मेरी एक सहेली है, जिसमें नृत्य कला का वास है, उसने नृत्य सीखा भी था, लेकिन समय और ऑफिस के कारण उसका रियाज छूट गया, और जीवन में तनाव बढने लगा | फिर जैसे ही उसने अपना रियाज पुन: प्रारंभ किया, उसने अलग प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव किया, और तनाव से उसे मुक्ति मिली | तो यदि आप भी अपनी हॉबी का खयाल रखेंगे, तो वो भी आपका खयाल रखेगी |
४. रात को ८-९ घंटे की नींद : आज की तारीख में ऐसे बहुत कम लोग होंगे, जो रात में मोबाइल देखे बिना समय पर सोते हैं | हमारा मोबाइल हमारी नींद का दुश्मन बन चुका है | खासकर लडकियों में जो हार्मोनल परेशानियाँ देखने को मिलती हैं, स्क्रीनटाइम खासकर रात का स्क्रीनटाइम उसका एक बहुत बडा कारण है | इसीलिये रात को मोबाइल दूर रखकर, बिना किसी चिंता के ८-९ घंटे की पूरी नींद लें | अच्छी नींद आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिये अत्यधिक आवश्यक है | अत: आज से ही ये आदतें डालने का विचार पक्का कर लीजिये |
ये आदतें देखा जाए तो छोटी छोटी हैं, लेकिन इसे डालने में और इन्हें बनाए रखने में वक्त लग सकता है, अत: हार न मानें आज से ही निश्चय कर लीजिए कि आपको ये ४ आदतें अपने अंदर डालनी हैं, और उसी दिशा में अपना काम चालू कर दें | जिंदगी बहुत बडी है, समय और जिम्मेदारियों के साथ आपका तनाव भी बढता जाएगा, इसीलिये अभी से अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें |
अच्छा खाएं, भरपूर सोयें, खुश रहें और अपना खयाल रखें…!