टिकटॉक की ये बीमारी कब जाएगी ?

20 May 2020 18:39:32

पिछले कई दिनों से टिकटॉक टहर रोज ट्रेंड कर रहा है | पहले कॅरी मिनाटी के व्हिडियो के कारण और अब टिकटॉक एसिड अटॅक जैसे गुनाह को प्रमोट कर रहा है इस कारण | केवल इतना ही नहीं तो टिकटॉक के कई ऐसे व्हिडियोज सामने आ रहे हैं, जिसमें धार्मिक रुप से भडकाना, रेप और एसिड अटॅक जैसे क्राइम्स को प्रमोट करना, देश की सेना पर पथराव को प्रमोट करना आदि दिखाया गया है | और ऐसे व्हिडियोज को मिलियन्स में व्ह्यूज हैं | इस बीमारी को जल्दी ही खत्म करने की आवश्यकता है | वरना दिन ब दिन बढती ये बीमारी कोरोना से भी बडा रूप धारण कर लेगी |


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तो कॅरी मिनाटी वाली कहानी हम आपको पहले ही बता चुके हैं | उसके कुछ दिन बाद ही फैजल सिद्धीकी नाम के एक बंदे ने टिकटॉक पर ऐसा व्हिडियो डाला जिसमें वो एसिड अटॅक को प्रमोट कर रहा है | उसके इस व्हिडियो पर बहुत ज्यादा टीका टिप्पणी हुई | और इसके बाद ट्विटर पर टिकटॉक फिर एक बार ट्रेंड करने लगा | इसके बाद टिकटॉक के सारे भयानक व्हिडियोज बाहर आए | एक व्हिडियो में बिल्ली के गले में रस्सी बांध कर उसे लटका दिया जा रहा है और एक लडका उसके मजे ले रहा है | उसके बाद एक व्हिडियो में ६-७ साल के बच्चे लव्ह मेकिंग सीन कर रहे हैं, एक व्हिडियो में दिखाया जा रहा है मानों अभी अभी एक लडकी के साथ बलात्कार हुआ है, और दो लडके इसका मजा ले रहे हैं, एक व्हिडियो में दिखाया जा रहा है कि डॉक्टर्स और देश के पुलिस वालों पर जो हमला हुआ उसे इस्लाम के नाम पे सही बताया जा रहा है | ऐसे दो चार नहीं तो ढेर सारे व्हिडियोज आए | और इन व्हिडियोज के चक्कर में टिकटॉक का एक ऐसा घिनौना चेहरा सामने आया जो शायद अब तक कहीं छुपा हुआ था |



इस पर यूट्यूब के कई क्रिएटर्स ने प्रश्न उठाया है | और एक क्रियेटर और एक कन्ज्यूमर के तौर पर आपको किस तरह का कंटेंट देखना या बनाना चाहिये इस बाने में भी बात की है | यूट्यूबर प्रजाक्ता कोळी ने उसके रिअल टॉक ट्यूसडे व्हिडियो में कॅरी मिनाटी को धन्यवाद देते हुए कहा है कि उसने यह बात छेडी और इस तरह के व्हिडियोज सामने आये | देश की जनता ने इसे रिपोर्ट करना प्रारंभ किया | और देखते ही देखते टिकटॉक एप की रेटिंग प्लेस्टोर पर बहुत ज्यादा डाउन हो गई |



आज के युवाओं से एक प्रश्न हम भी पूछना चाहते हैं, कि हम किस तरह के व्हिडियोज देखना चाहते हैं ? क्या एसिड अटॅक और रेप के व्हिडियोज देखना हमारे लिए एंटरटेनमेंट है? क्या बच्चों के लव्ह मेकिंग सीन्स देखना उसे मिलियन में लाइक्स देना हमारा एंटरटेनमेंट है ? और यदि है तो इसका स्तर किस कदर घटिया है, क्या हमें इस बारे में समाज के तौर पर कुछ नहीं करना चाहते ? कुछ लोग कहेंगे कि इसे धर्म का रंग दिया जा रहा है, लेकिन जब ‘आमिर’, ‘फैजल’ जैसे लोग आकर लव्ह जिहाद, एसिड अटॅक आदि को एंटरटेंमेंट का रूप देंगे तो उस पर सवाल उठेंगे | अधिकतर अकाउंट्स के क्रियेटर्स इसी प्रकार के हैं | इसे धार्मिक तौर पर ना भी देखें, तो भी एक समाज के तौर पर ये सभी गुनहगार हैं, और इन्हें सजा देने के लिये सबसे पहले इन्हें रिपोर्ट करना आवश्यक है, टिकटॉक पर बॅन लगना आवश्यक है |

- निहारिका पोल सर्वटे


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