उनका नाम नेताजी क्यूँ पडा? तो इसका कारण है उनका पहनावा | पिछले २० सालों से वे सफेद कुरता पैजामा, जॅकेट और सफेद गांधी टोपी लगाये चाय बेचते हैं | उनका यही पहनावा उनकी यूएसपी है | यहाँ खारी, बिस्किट, और भी बहुत कुछ साथ में मिलता है, लेकिन सबसे ज्यादा मजा आता है, नेताजी के हाथों से कुटे अदरक डली चाय में | पूरे सीपी में नेताजी की चाय सभी को पता है | यहाँ पेपर कप में चाय १० रु. की मिलती है | छोटा कुल्हड १५ का और बडा २५ का मिलता है | नेताजी की कमाई एक दिन में हजारों की होती होगी, लेकिन उनकी चाय के स्वाद में या उनकी इस छोटी सी दुकान में पिछले २० सालों में कोई बदलाव नहीं आया है | दिल्ली की ठंड भी जिसके सामने फीकी पड जाये ऐसी है ये नेताजी की चाय |