तॉक्ते के बाद अब ‘यास’ तूफान की दस्तक

    24-May-2021
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तॉक्ते तूफान ने हाल ही में भारत में काफी हद तक तबाही मचाई | महाराष्ट्र और गोवा से होता हुआ यह तूफान गुजरात में जाकर थमा, जिसने इन सभी स्थानों पर बहुत उत्पात मचाया | महाराष्ट्र के कोंकण में तो कई लोगों नो अपना बरसों का घर, अपने लोग सब खो दिया | इस सब से उभरे दो दिन भी नहीं हुए कि एक और तूफान अब दस्तक दिये खडा है | इस तूफान का नाम है “यास” और पश्चिम बंगाल और ओरिसा में इस तूफान के आने की संभावना है | १६५ कि.मीं / घंटे कि रफ्तार से चलती हवाएँ ओडिसा में दस्तक दे रही हैं | इसलिये पश्चिम बंगाल और ओरिसा रेड अलर्ट पर हैं, एन डी आर एफ की टीम इस परिस्थिती से दो हात करने के लिये पहले से ही तैयार है |


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मौसम विभाग के मुताबिक यास तूफान का पश्चिमी बंगाल समेत पांच राज्‍यों में खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि यास तूफान से 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इसका सबसे अधिक असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में देखा जाएगा।

मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है। ओडिशा के मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि दबाव वाले क्षेत्र के उत्‍तर-उत्‍तर पश्चिम की और बढ़ने तथा 24 मई की सुबह तक चक्रवाती तूफान और इसके अगले 24 घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। ये उत्‍तर-उत्‍तर पश्चिम की तरफ बढ़ता रहेगा और मजबूत भी होता रहेगा। इसके 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट के पास पहुंचने की आशंका है। 26 मई को इसके पारादीप को पार करने की आशंका है। इससे निपटने की तैयारी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उच्‍चस्‍तरीय बैठक की है और स्थिति का जायजा लिया है।


इस तूफान को देखते हुए आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु और अंडमान निकोबार में हाईअलर्ट है। इसकी वजह से अंडमान निकोबार के पूर्वी तट के कई इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना है। इसके बाद यहां पर खतरा बढ़ने की भी आशंका जताई गई है। यास तूफान को देखते हुए केंद्र और राज्‍यों ने कमर कस ली है। ओडिशा में एनडीआरएफ की 22, अग्निशमन दल की 177 टीम के साथ ओडीआरएफ की करीब 66 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल के तटवर्तीय इलाकों पर यास तूफान के खतरे को देखते हुए नौसेना, वायुसेना और थल सेना को हाईअलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा यहां पर कोस्‍टगार्ड, डिजास्‍टर रिलीफ टीम, लाइफबॉय और लाइफ जैकेट के अलावा डॉक्‍टरों की टीम को भी स्‍टेंडबाय पर रखा गया है। तटवर्तीय राज्‍यों खासतौर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मछुआरों को समूद्र में न जाने की हिदायत दी गई है। साथ ही उन्‍हें तट से दूर रहने को भी कहा गया है।