कई बार जब आप ऑफिस में होते हैं, आपकी आपके बॉस के साथ बनती नहीं | शायद आपको उनकी कई चीजें पसंद ना हों, शायद कोई गलतफहमी हो, या फिर कोई और बात | लेकिन ऐसे में उस ऑफिस में काम करना काफी मुश्किल हो जाता है | अब करें क्या ? तो आज हम इसी बारे में बात करेंगे | ऐसा क्या किया जाए कि आप एक “Difficult Boss” के साथ आसानी से काम कर सकें |
पहली बात ध्यान में रखिये कि कोई भी व्यक्ति पूर्णत: परफेक्ट नहीं होता, और १००% बुरा भी नहीं होता | ऐसे में आपके मन में किसी के भी बारे में कोई पहले से बनाई गई धारणा है, या सुनी सुनाई बात पर से कोई धारणा मन में बैठ गई हो तो उसे तुरंत निकाल दें | अपने स्वयं के अनुभवों पर विश्वास करें, और किसी और की बातों में ना आएँ | ऐसा करने से आपका आधा काम आसान हो जाएगा | बचा आधा काम हमारा आज का यह लेख आसान कर देगा |
तो चलिये जानते हैं, ऐसा क्या किया जाए कि आप किसी भी “कठिन” बॉस के साथ अच्छे से काम कर सकें |
१. अपने बॉस की ‘कम्युनिकेशन स्टाइल’ समझें : सभी की एक प्रकार की ‘कम्युनिकेशन स्टाइल’ होती है | अक्सर हम गलत तरीके से संवाद होने के कारण की, या फिर कम्युनिकेशन गॅप के कारण ही अपने बॉस की डाँट खाते हैं, या फिर हमारे संबंध उनके साथ बिगड जाते हैं, ऐसे में यदि आपको आपके बॉस की कम्युनिकेशन स्टाइल पता होगी, तो आप उनके साथ आसानी से काम कर सकेंगे | हाँ यह समझने के लिये आपको समय लगेगा, लेकिन एक बार कुछ बातें ध्यान में आ जाएँ तो आगे का काम आसान होता है | जैसे कि, यदि आपको पता है कि आपके बॉस को हर काम ईमेल पर बताया हुआ चाहिये होता है, तो चाहे जो हो जाए आपका ईमेल कम्युनिकेशन पक्का रखें, अपनी ओर से भूल ना होने दें | वे किस बात से नाराज होते हैं, उन्हें किस बात से चिढ है, और वे किसी एक बात पर कैसे रिएक्ट करते हैं, यदि आप यह समझ जाएँ, तो उनके साथ ऑफिस में काम करना आपके लिये आसान होगा |
२. अपने नेतृत्व गुणों को और अधिक पक्का करें : हर परिस्थिती के दो पहलू होते हैं, एक सकारात्मक और एक नकारात्मक | यदि आप इस परिस्थिती का सकारात्मक रूप से उपयोग करें, तो आप आपके लिये और आपकी कंपनी के लिये कुछ अच्छा करते हुए ऑफिस का वातावरण बदल सकते हैं | ऐसी परिस्थिती में आप अपने नेतृत्व गुणों को और निखारें, जब संभव हो सही निर्णय़ लें, अपने साथ काम करने वाले लोगों कि मदद करें, इनिशिएटिव्ह लें, और परिस्थिती में सकारात्मक बदलाव करने का प्रयत्न करें | हर बार नेतडत्व करने का अर्थ आगे आगे करना, या स्वयं से उचकना नहीं होता, कई बार एक नकारात्मक बॉस की नकारात्मकता अन्य सकारात्मक लीडर के आने से ही खत्म होती है, इसी लिये कोशिश कीजिये की वो नेतृत्व आपका हो |
३. अपने बॉस की ‘एक्सपेक्टेशन्स’ को समझें : कई बार आपका बॉस आपसे क्या चाहता है, यह पता ना होने को कारण या समझ ना आने के कारण भी समस्याएँ सामने आती हैं | जैसे कि यदि आपके बॉस ने आपको एक समय दे दिया है, कि इस वक्त तक आपको आपको वीकली रिपोर्ट देनी है, और वे चाहते हैं कि आपको १० बार इस बारे में याद ना दिलानी पडे, तो आप समय से काम कर दें, उनके वापस आपको याद दिलाने की राह ना देखें | आप यदि आपके बॉस की एक्सपेक्टेशन समझते हैं, और उस तरीके से काम करते हैं, तो आपको उनके साथ काम करने में आसानी हो जाएगी | जब आपको पता रहेगा कि क्या करने से आपके बॉस आपसे नाराज नहीं होंगे, या उन्हें परेशानी नहीं होगी, तो आपको आपके निर्णय लेने में आसानी जाएगी |
४. आपकी आपके बॉस के बारे में जो भावनाएँ हैं, वो दूसरों को ना बताएँ : अक्सर ऑफिस पॉलिटिक्स के कारण बॉस और आपके बीत एक दूरी आ जाती है, और कई बार उसका कारण आप स्वयं भी होते हैं | अक्सर अपनी भावनाएँ ऑफिस में दूसरों के साथ बाँटने पर उसके बारे में बातें फैल ही जाती हैं, इसलिये आपको ध्यान रखना है कि आप अपने बॉस के बारे में जो भी धारणा रखते हों, उसे केवल अपने तक ही रखें | क्योंकि यदि गलती से भी ये बातें किसी और ने आपके बॉस तक पँहुचा ही, तो उनके सामने आपकी इमेज हमेशा के लिये खराब हो जाएगी, जिसे आप चाह कर भी सुधार नहीं पाएँगे | इसलिये ध्यान रखें कि अपने बॉस की बुराई दूसरों से ना करें |
यदि आप इन सारी बातों का ध्यान रखते हैं, तो अवश्य ही आप अपने “Difficult Boss” के साथ आसानी से काम कर सकेंगे | बात सिर्फ कुछ बातें समझने की, कुछ बातें ध्यान में रखने की, और कुछ बातों की तरफ बेध्यानी करने की है | यदि आप सब थोडा सोच कर और प्रोफेशनली करेंगे, तो परिस्थिती के साथ सामंजस्य बिठाने में आपको अवश्य ही आसानी जाएगी |
- निहारिका पोल सर्वटे