गणतंत्र दिवस की परेड की हर साल हर भारतीय को बहुत ही तीव्र प्रतिक्षा होती है | हर साल इस परेड में शामिल होने वाली झाकियाँ, विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने का मोह किसे नहीं होगा | दिल्ली की जनता तो हर साल यहाँ जाकर प्रत्यक्ष इस परेड का अनुभव लेती है | लेकिन इस साल कोरोना वैश्विक महामारी के चलते यह परेड हर साल की अपेक्षा कुछ अलग होगी, कुछ खास होगी | और ऐसा क्यों, आईये जानते हैं :
इस साल गणंतत्र दिवस की परेड में काफी कुछ बहुत खास और पहली बार होने जा रहा है :
१. रफैल विमान का आगमन : इस वर्ष नौसेना के एअर शो में पहली बार रफैल लडाकू विमानों का समावेश किया गया है | भारत ने फ्रांस से इन जहाजों को मंगवाया है | भारत की वायुसेना में शस्त्रपूजन कर पहली बार इन लडाकू विमानों को भारत लाया गया था, और इस वर्ष के गणतंत्र दिवस में पहली बार इन लडाकू विमानों का समावेश भारत के एअर शो में किया गया है |
२. उत्तर प्रदेश की झाँकी में राममंदिर का रथ : संपूर्ण भारत का अनेक वर्षों का स्वप्न ५ अगस्त २०२० को पूरा हुआ. अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन किया गया | और इस वर्ष उत्तर प्रदेश की झाँकी में राम मंदिर के रथ का समावेश किया गया. जब यह झांकी राजपथ पर निकल रही थी, वहाँ उपस्थित सभी ने खडे होकर तालियाँ बजाते हुए राम मंदिर का स्वागत किया | भारत में राम लला का महत्व तो हम सभी जानते हैं, इसीलिये यह झाँकी हर मायने में खास थी.
३. लद्दाख की झाँकी का समावेश : नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत का एक और स्वप्न पूर्ण किया | सालों से जम्मू कश्मीर में लगी धारा ३७० को हटाने का स्वप्न भारत ने देखा था, आखिरकार इस सरकार ने यह स्वप्न सत्य करते हुए, धारा ३७० को हटाया और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया | इस कारण इस साल लद्दाख की खास झाँकी भी परेड में समाहित थी | पूरे भआरत के लिये यह एक खास अनुभव था | और सक्षम भारत का एक जीता जागता उदाहरण भी |
४. बांग्लादेश की सेना के दस्ते का समावेश : इस वर्ष पहली बार भारत के गणतंत्र दिवस की परेड में बांग्लादेश के दस्ते का समावेश किया गया | इस दस्ते ने बँड और मार्च के साथ अपना प्रदर्शन दिखाया. इस दस्ते में १२२ सदस्य थे. इससे पहले २०१६ में और २०१७ में क्रमश: फ्रांस और यूएई के दस्ते ने गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लिया था |
५. पहली बार महिला फायटर पायलेट का समावेश : इस बार पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में वायुदस्ते में भारत की पहली महिला फायटर पायलट भावना कांत का भी समावेश किया गया है | इस देश को भारत की इस बेटी पर गर्व है | वायुसेना की झाँकी में भारत की पहली महिला फायटर पायलट को देखकर संपूर्ण भारत का सीना गर्व से चौडा हो गया |
६. कोरोना के चलते दर्शकों की संख्या में कमीं : इस वर्ष कोरोना के चलते दर्शकों की संख्या को घटा कर केवल २५ हजार कर दिया गया था, इससे पहले यह संख्या लगभग १.५ लाख हुआ करती थी. अत: इस वर्ष कम संख्या होने के कारण भी यह परेड हर वर्ष की अपेक्षा अलग है |
गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिये बहुत खास होता है, लेकिन जब इस गणतंत्र दिवस की परेड में रफैल विमान, राम मंदिर की झाँकी और प्रथम महिला फायटर पायलट हों, तो फिर उस परेड की बात ही कुछ और होती है | है ना ?