इतिहास क्या है? अतित में हुई घटनाओं का लेखा. लेकिन यह इतिहास के लेखकों ने भी माना है कि इसपर हमेशा से ही बाहरी कारणों का असर रहा है. भौतिक कारणों के चलते इसमें छोटे-मोटे फेर बदल हुए ही है. शायद यह एक कारण कहा जा सकते है कि क्यों हम में से अनेकों मुगलों का इतिहास तारीख के साथ बता सकते है लेकिन विजयनगर के कृष्णदेव राय के बारे में नाम से अतिरिक्त ज्यादा कुछ नहीं जानते.
#OurHeroesCantBeMughals आज सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है और कारण है उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. कोविड-१९ की परिस्थितियों का जायजा लेते समय उन्होंने अपनी मीटिंग में यह निर्णय दिया कि आगरा के मुग़ल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखा जाए.
इस बारे में बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “मुग़ल हमारे हीरो कैसे हो सकते है? शिवाजी के केवल नाम से ही मन में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत होती है.”
मुग़ल म्यूजियम उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की योजना थी और योगी आदित्यनाथ के इस निर्णय से समाजवादी पार्टी के नेताओं की नकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही है. लेकिन प्रश्न यही उठता है कि क्यों नहीं? जिन्होंने हमारे राष्ट्र को लुटा, हम पर राज किया उन्हें सन्मान देकर, हम इस राष्ट्र के महात्माओं को नजरअंदाज करें इससे क्या हासिल होगा?
हाँ! यह बात जरुर है कि केवल नाम बदल देने से समस्या का हल नहीं हो जाता लेकिन इस पहले कदम से चर्चाओं का सत्र जरुर आरंभ हुआ है, इसने जरुर एक नींव डालने का कार्य आरंभ किया है.