कोरोना के संकट काल में किसी जरूरतमंद को एक छोटीसी मदत मिले तो वह उसके लिये भगवान के प्रसाद जैसा होगा, है ना ? एक युवा लडकी जिसने लॉकडाउन में घर पर रहकर नेटफ्लिक्स या एमेझॉन प्राइम में अपना समय ना गंवाते हुए कुछ अच्छा करने की सोची | मिलते हैं वंशिका बंशपाल से |
कोरोना के इस संकटकाल में हम सभी अपने घरों मे है, सुरक्षा और स्वास्थ्य ये दो ही बातें हमारे लिये आज आवश्यक है, इस समय सभी अपने समय का उपयोग किसी अच्छे काम के लिये करना चाहते है ऐसा ही सोच कर युवा ट्रैफिक फोर्स की मेंबर वंशिका बंशपाल "सृजन" ने कोरोना फाइटर्स की मदद करने की ठानी, कॉलेज बंद होने के कारण वंशिका घर पर ही वक्त बिता रही थी तभी उसने सोचा कि जो पुलिसकर्मी दिन-रात ड्यूटी करके कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में हमारी सहायता कर रहें है उनके लिये मास्क बनाएं जाये।
मास्क काफी मंहगे मिल रहे है ये भी उसे पता चला। कितने ही गरीब, मजदूर और किसान कैसे ये मंहगे मास्क खरीद पाएंगे ये सोच कर उसने मास्क बना कर बांटना शुरू किया, लगभग 2 महीनों से वो लगातार खुद मास्क बना कर जरूरतमंद लोगो को बांट रही है। अभी तक वंशिका लगभग 350 मास्क जरूरतमदों को बांट भी चुकी है।
एक छोटी सी मदद भी बहुत मायने रखती है इसी सोच के साथ 17 वर्ष की वंशिका ने अपने ही कॉलोनी में रहने वाले एक वृद्ध की जिम्मेदारी भी उठाई है, काम ना होने की वजह से वो परेशान थे पर वंशिका ने उनकी मुख्य समस्या को हल कर दिया , 2 महीनों से वो उनके नाश्ते और भोजन का इंतजाम खुद की पॉकेट मनी से कर रही है। और साथ ही कई जरूरतमंदो की मदद भी कर रही है।
इतनी कम उम्र के बावजूद वंशिका की सोच और मदद करने की आदत काबिलेतारीफ है, वंशिका सारे यंगस्टर्स के लिये एक प्रेरणा है।