हम सभी अभी अपने अपने घरों में लॉकडाउन हैं | सभी नेटफ्लिक्स और एमेझॉन प्राइम पर कुछ ऐसा ढूँढ रहे होंगे, जिसे देखकर आपका अच्छा टाईमपास भी हो, और जो कलाकृति भी अच्छी हो | यदि आप ऐसा कुछ देखना चाह रहे होंगे, तो एमॅझॉन प्राइम पर कुछ दिन पहले ही आई वेब सीरीज 'पंचायत' अवश्य देखें | एक बहुत ही खूबसूरत कलाकृति है यह | जिसमें एकदम संजीदा अभिनय, सुंदर स्क्रिप्ट, उत्तम कहानी, कुशल संवाद और बहुत ही अच्छा निर्देशन देखने को मिलेगा |
तो कहानी है अभिषेक त्रिपाठी नाम के एक नौजवान की | जिसे कॉलेज प्लेसमेंट में कहीं नौकरी लगी नहीं, और कुछ हाथ में रहे इसलिये उसने ग्राम पंचायत की नौकरी का फॉर्म भरा| अंतत: उसे वह सरकारी नौकरी लगती है और वह ग्राम फुलेरा का पंचायत सचिव बन जाता है | लेकिन वह इससे खुश नहीं है, क्यों कि उसको अपनी शहर की जिंदगी छोड कर गांवा जाना पड रहा है | आखिरकार दूसरा कोई उपाय न होने के कारण वह गांव जाता है | शुरुआत ही उसके बस के सफर से है, और यहीं से आप इस कहानी से ऐसे जुड जाते हैं, कि एक बैठक में इस काहानी के आठों भाग देखे बिना आप नहीं रह सकते |
गांव भी बडा ही मजेदार है | सरकार के आदेशों के कारण गांव की प्रधान तो महिला हैं, मंजू देवी लेकिन कामकाज संभालते हैं, उनके पति, प्रधान पति | और साथ ही एक से बढकर एक नमूने आपको इस गांव में मिल जाएँगे | और यही है असली खूबसूरती इस कहानी की |
तो एक के बाद एक इस गांव में मजेदार घटनाएँ होती रहती हैं, कभी ये सचिव जी गांव के भूतहा पेड की कहानी की खोज में निकल जाते हैं, कहीं अपनी नई चके वाली कुर्सी के कारण प्रधान पति का इगो दुखाने की वजह से गांव के एक व्यक्ति ईश्वर जी के बेटी के बरात में दूल्हे की आवभगत में लग जाते हैं, कहीं इनका मॉनिटर चोरी हो जाता है, तो कहीं ग्राम फकौली बजार में कुछ लडकों से इनकी ठन जाती है | एक एक एपिसोड अपने आप में ही अलग दर्जे का मजेदार है |
इन मुख्य किरदारों के अलावा उपप्रधान प्रल्हाद का किरदार और सचिव जी के सहयोगी विकास का किरदार सभी के जहन में बस जाता है | इन किरदारों में क्रमश: फैजल मलिक और चंदय रॉय इन्होंने बहुत सुंदर अभिनय किया है | कुल मिलाकर गांव वाली फीलिंग, ड्रोन शॉट्स, गांव के ठेठ लोग, और उत्तर प्रदेश के गांव की भाषा सब कुछ बहुत ही अपना सा, मासूम सा लगता है |
बहुत कम कलाकृतियाँ ऐसी होती है, जिसमें कोशिश कर के भी मीन मेख निकालना संभव ना हो | ये उन्हीं में से एक है | इसका श्रेय जाता है वेब सीरीज के लेखक चंदन कुमार और निर्देशक दीपक कुमार मिश्रा को | जिन्हें आप परमनेंट रूममेट्स के पुरुषोत्तम के रूप में भी जानते हैं | और इन्हें आप भूल नहीं सके | और हाँ अभिषेक के दोस्त के किरदार में परमनेंट रूममेट्स के लेखक बिस्वापती सरकार भी नजर आए हैं, किरदार भले ही छोटा सा हो, लेकिन आप इन्हें नजर अंदार नहीं कर सकते |
अपना लॉकडाउन कुछ अच्छा सा देख कर बिताना हो तो ये वेब सीरीज अवश्य देखें | आप अवश्य ही इसे एंजॉय करेंगे |