दोस्तों कोरोना व्हायरस अपने पैर दिन ब दिन फैलाता जा रहा है | सारे देशों में, लगभग सारे ही देशों में कोरोना ने कोहराम मचा के रखा है | और सभी देशों की अर्थ व्यवस्था मानों घुटनों के बल आ गई है | ऐसी स्थिती में यदि सबसे ज्यादा नुकसान किसी को हुआ है तो वो है ट्रॅव्हल इंडस्ट्री, याने कि पर्यटन | देश को मिलने वाली निधी का एक बडा हिस्सा पर्यटन से आता है | चूँकि अभी सारी फ्लाइट्स, ट्रेनें बंद है, पर्यटन बंद है, होटल्स बंद हैं, ऐसी परिस्थिती में आने वाले लंबे समय तक पर्यटन बंद रहने के आसार हैं | और इस कारण शायद कई लोग आने वाले १ साल तर कहीं भी घूमने जाने का प्लान बनाने से पहले १० बार सोचेंगे | उसके प्रमुख कारण हैं :
२. महंगाई : दोस्तों इस बीमारी ने पर्यटन इंडस्ट्री की कमर तोड कर रख दी है | ऐसी परिस्थिती में जब धीरे धीरे सब खुलेगा, परिस्थिती पूर्ववत होगी, तब महंगाई सर चढ कर बोल रही होगी | लोगों की कमाई पर, तनख्वाह पर इसका अभी से असर दिखाई दे रहा है | ऊपर से हॉटेल्स के चार्जेस और फ्लाइट की टिकट भी शायद महंगी हो | ऐसे में सामान्य आदमी अपनी आर्थिक स्थिती को संवारना चाहेगा, और ऐसे में पर्यटन उसे फिजूल खर्ची लग सकती है | महंगाई के बढने का परिणाम पर्यटन पर भी दिखेगा |
३. सावधानी : शायद हम कोरोना के पहले अपनी जिंदगी को बहुत ही Taken For Granted लेते थे | लेकिन कोरोना ने हमें सिखाया कि सावधानी बरतना कितना आवश्यक है | जान है तो जहान है | और ऐसी परिस्थिती में लोग कुछ समय तक अधिकाधिक सावधानी बरतने का प्रयत्न करेंगे | और सावधानी के कारण वे अनावश्यक पर्टन, अनावश्यक यात्रा नहीं करेंगे |
यह सब एक वास्तविक परिस्थिती है दोस्तों | पर्यटन सेक्टर को आने वाले समय में अपने पाँव जमाए रखने के लिये बहुत ज्यादा मेहनत करनी पडेगी | इस नुकसान से उबरने के लिये ट्रॅव्हल कंपनियों को शायद सालों लग जाएँगे | लेकिन ये वास्तविकता होने के बाद भी एक बात ध्यान में रथना जरूरी है | दुनिया बहुत सुंदर है | हाँ अभी शायद हम अपने अपने घरों में कैद है | कोरोना ने हम सभी को बांध कर रखा है | लेकिन एक समय आयेगा जब कोरोना का नामोनिशान मिट चुका होगा | एक समय आयेगा जब हम पहले की तरह मुक्त संचार कर सकेंगे | हम सभी पहले की तरह घूमने जा सकेंगे | ऐसे समय में अपने देश के पर्यटन और ट्रॅव्हल कंपनियों को मदत करना ना भूलें | परिस्थिती सुधरने के बाद, चाहे उसे कितना भी समय लग जाए, लेकिन उसके बाद जब भी आपका कोई भी प्लॅन बने, भारत में बनाएँ | भारत के पर्यटन सेक्टर की मदत करें | स्वदेशी अपनाएँ | एक ना एक दिन दुनिया फिर लोगों से भरी होगी | और हर स्थल पर फिर पर्यटक होंगे | बिना किसी खौफ के, बिना कोरोना के डर के…